Low Cibil Score Home Loan: पहली बार होम लोन लेने का सपना देख रहे हैं, लेकिन आपका CIBIL स्कोर कम है? क्या आपको लगता है कि अब आपका सपना अधूरा रह जाएगा? अगर हां, तो घबराइए नहीं! हाल ही में, पहली बार लोन लेने वालों के लिए CIBIL स्कोर से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव किए गए हैं, जो आपके लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आए हैं। यह आर्टिकल आपके लिए एक कमाल का गाइड साबित होने वाला है, जिसमें हम आपको इन नए बदलावों के बारे में विस्तार से बताएंगे और यह भी जानकारी देंगे कि कम CIBIL स्कोर होने के बावजूद आप होम लोन कैसे हासिल कर सकते हैं। इसलिए, इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें, क्योंकि यहां आपको वो सारी जानकारी मिलने वाली है, जिसकी आपको तलाश है।

कम CIBIL स्कोर के साथ भी होम लोन पाने के नए रास्ते

आमतौर पर, बैंक और एनबीएफसी 750 से ऊपर के CIBIL स्कोर को अच्छा मानते हैं और आसानी से लोन मंजूर कर देते हैं। लेकिन, पहली बार लोन लेने वालों के पास अक्सर कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं होती या फिर उनका स्कोर कम होता है। पहले यही सबसे बड़ी रुकावट हुआ करती थी। मगर, अब नए बदलावों ने इस सोच को बदल दिया है। अब लोन देने वाली संस्थाएं सिर्फ CIBIL स्कोर पर ही निर्भर नहीं रहतीं, बल्कि आपकी लोन चुकाने की क्षमता को परखने के लिए दूसरे पहलुओं पर भी गौर करती हैं। इसका सीधा फ़ायदा उन लोगों को मिल रहा है जिनका स्कोर कम है।

CIBIL स्कोर कम होने की वजहें

सबसे पहले, यह जान लेना जरूरी है कि आपका स्कोर कम क्यों है। इसके पीछे की कुछ आम वजहें हैं:

  • क्रेडिट कार्ड बिल या लोन की किस्त का समय पर भुगतान न करना: अगर आपने पहले कभी कोई छोटा लोन लिया था या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते थे और उसका भुगतान देरी से किया, तो इसका बुरा असर आपके स्कोर पर पड़ता है।
  • कोई क्रेडिट हिस्ट्री न होना: अगर आपने कभी कोई लोन नहीं लिया या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल नहीं किया, तो बैंकों के पास आपकी भुगतान करने की आदतों को जांचने के लिए कोई डेटा नहीं होता। इसे ‘नो हिस्ट्री’ कहा जाता है, जो कई बार कम स्कोर के समान ही माना जाता था।
  • एक साथ कई लोन के लिए आवेदन करना: कम समय में ज्यादा लोन के लिए अप्लाई करने से भी आपका स्कोर प्रभावित हो सकता है।

इन वजहों से अगर आपका स्कोर कम है, तो नए नियम आपके काम आ सकते हैं।

नए बदलाव क्या हैं और ये आपकी कैसे मदद करेंगे?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब कई बैंक और वित्तीय संस्थान ‘क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी (CIC)’ के डेटा के साथ-साथ अपने अलग तरीके भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इन नए बदलावों में शामिल है:

  • अल्टरनेटिव डेटा का इस्तेमाल: अब लोन देने से पहले बैंक सिर्फ आपके CIBIL स्कोर पर ही निर्भर नहीं रहते। वे आपकी बैंक स्टेटमेंट, आमदनी के स्रोत, नौकरी की स्थिरता, और даже आपके बिजली बिल या मोबाइल रिचार्ज के भुगतान के इतिहास को भी देखते हैं ताकि आपकी भुगतान करने की आदत का पता लगाया जा सके।
  • रिस्क-बेस्ड प्राइसिंग: इस नए तरीके के तहत, अगर आपका स्कोर कम है, तो भी आपको लोन मिल सकता है, लेकिन उस पर ब्याज की दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है। बाद में, अगर आप अपने भुगतान समय पर करते हैं, तो आप ब्याज दर में कमी के लिए बात कर सकते हैं।
  • सेक्योर्ड लोन या गारंटी: कम स्कोर वाले यूजर के लिए, बैंक कोई गारंटी या फिर कोलैटरल (जैसे पुरानी जमीन-जायदाद) मांग सकते हैं। इससे बैंक को विश्वास मिलता है और आपको लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें, ये बदलाव खासतौर पर उन युवाओं और छोटे वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर किए गए हैं जो पहली बार लोन लेकर अपना घर बनवाना चाहते हैं।

कम स्कोर के बावजूद होम लोन पाने के टिप्स

नए नियमों का फ़ायदा उठाने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:

  • जॉब और आमदनी स्थिर हो: अगर आप लंबे समय से एक ही कंपनी में काम कर रहे हैं और आपकी आमदनी नियमित है, तो यह आपके लिए एक प्लस पॉइंट साबित होगा।
  • डाउन पेमेंट ज्यादा दें: होम लोन के लिए जितना ज्यादा डाउन पेमेंट आप दे सकते हैं, दें। इससे बैंक को लगेगा कि आपकी बचत अच्छी है और लोन की रकम कम हो जाएगी, जिससे उसे जोखिम कम लगेगा।
  • को-एप्लिकेंट रखें: अगर आपके पार्टनर या माता-पिता का CIBIL स्कोर अच्छा है, तो आप उन्हें अपने लोन का को-एप्लिकेंट बना सकते हैं। इससे लोन मंजूर होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।
  • सही बैंक चुनें: सभी बैंकों की पॉलिसी अलग-अलग होती है। कुछ बैंक कम स्कोर वाले लोगों को लोन देने के लिए ज्यादा तैयार रहते हैं। पहले से ही कुछ बैंकों के बारे में रिसर्च कर लें।

सूत्रों के मुताबिक, इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप अपने लोन के आवेदन को मजबूत बना सकते हैं।

भविष्य के लिए अपने CIBIL स्कोर को कैसे सुधारें?

होम लोन तो मिल गया, लेकिन भविष्य में आपको किसी भी तरह के आर्थिक परेशानी से